आकोला , 13 दिसम्बर परिसीमन के बाद अब तक पांच सकती है। कुछ अन्य और महिला (जसं.)। ग्राम पंचायत के आगामी चुनाव हो चुके है। इनमे ओबीसी दावेदार भी हैं। आकोला पंचायत सरपंच पद के चनाव को लेकर वर्ग महिला व अनुसूचित जाति वर्ग क्षेत्र में मतदाताओं की सर्वाधिक राजनैतिक सरगर्मियां तेज हो गई है। पुरुष के लिए एक-एक बार व तीन संख्या ओबीसी वर्ग की है तथा इस जिले की सबसे बडी ग्राम पंचायतों बार सामान्य वर्ग का सरपंच चुना बार ओबीसी वर्ग पुरुष के लिए में से एक आकोला का सरपंच पद जा चुका है। सामान्य वर्ग महिला सरपंच पद के आरक्षित होने के पालिका चेयरमैन जैसे रुतबे वाला के समय चंदादेवी मालीवाल सपने ज्यादा देखे जा रहे हैं। इस है। इस पंचायत की मासिक निजी सरपंच चुनी गई थी। वर्ष 2005 वर्ग के दावेदार भी बढ़ते जा रहे है। आय भी लाखों रुपए में है। इस में भूपालसागर पंचायत समिति के ओबीसी वर्ग के दावेदारों की भीड़ पंचायत में 21 वार्ड व दो पंचायत प्रधान का कार्य काल पूरा करने भाजपा में भी है, इनमें से अधिकांश समिति के वार्ड भी है। के बाद भगवती लाल हीगंड फिर युवा वर्ग के है। कई ऐसे युवा भी है राजस्थान में आगामी त्रिस्तरीय आकोला के सरपंच चुने गए थे। जो अपने बलबुते चुनाव लड़ने की पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव वर्तमान में सरपंच अनिल सहलोत तैयारी में हैं। भाजपा व कांग्रेस के अगले वर्ष जनवरी व फरवरी मे है वह भी सामान्य वर्ग से हैं। इस 60 पार वरिष्ठ नेता शायद ही इस होने वाले हैं तथा पदों का आरक्षण बार भी यदि यह पद सामान्य वर्ग बार चुनाव मैदान में नजर आएं। जल्दी ही होने वाला है। इन दिनों पुरुष के लिए ही आरक्षित रहता कोई आदिवासी वर्ग से भी सरपंच लोगों की नजर गोटियों पर लगी है। है तो सहलोत कांग्रेस समर्थित बन सकता है। अब देखना है कि प्रत्याशी हो सकते हैं। किन्तु इस बार सरपंच पद का ताज किसके सिर इस बार आकोला का सरपंच पद सरपंच पद के सामान्य वर्ग के लिए सजता है। भावी सरपंच का सपना किस वर्ग के लिए आरक्षित होगा को लेकर कयासों का दौर तेज आरक्षित होने की संभावना बहुत पाले कई दावेदारों ने अभी से अपने हो गया है। विभिन्न वर्ग के चनाव ही कम है। सामान्य वर्ग महिला के स्तर पर लोगो से मेलजोल बढ़ा लडने का सपना पाले दावेदार देवरों निकलने की मन्नत मांग रहे हैं। भी चक्कर काट रहे हैं। सन 1994- आरक्षित होने पर पर्व सरपंच चंदा दिया है। अब देखना है ऊंट किस में जाकर अपने अपने वर्ग की गोटी इसके अलावा दावेदार ज्योतिषों के 95 में पंचायतों के पुर्नगठन व देवी मालीवाल भी फिर दावेदार हो वर्ग के पक्ष में करवट लेता है।
दर्जनों दावेदार देख रहे हैं सरपंच पद के सपने